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लेखनी कहानी -10-Jan-2023 मुहावरों पर आधारित कहानियां

13. विघ्न संतोषी 

यह कहानी अधजल गगरी छलकत जाय कहावत को ध्यान में रखकर लिखी गई है । 

एक "खैराती चैनल" पर ब्रेकिंग न्यूज चल रही थी "गंगा विलास क्रूज कम पानी होने के कारण गंगा में अटका । क्रूज में फंसे 32 यात्री । इन यात्रियों की जान खतरे में है । कौन जिम्मेदार है इसका ? बड़े जोर शोर से ढिंढोरा पीटा गया था इस परियोजना का । कहा गया था कि यह क्रूज पूरी तरह से 'मेड इन इंडिया' है । अब देख लिया मेड इन इंडिया का करिश्मा ? जब संसाधन पूरे और विश्व स्तरीय नहीं हों तो ऐसी वाहियात परियोजना शुरू नहीं करनी चाहिए थी सरकार को । मगर जनता की नजरों में अपनी उपलब्धियां गिनाने के लालच में इस तरह की गलत परियोजनाऐं प्रारंभ कर दी जाती हैं । इस घटना से भारत का सिर विश्व समुदाय में शर्म से झुक गया है । जो नुकसान देश की साख को हुआ है उसकी किसी भी तरह भरपाई नहीं की जा सकती है" । इस पर बहुत विस्तृत रिपोर्ट चैनल दिखाने लगा जिसमें उन समस्त लोगों के साक्षात्कार थे जो या तो विपक्षी दलों के नेता हैं या इस सरकार के विरोधी लिबरल , सेकुलर, कलाकार, आतंकवादियों के पैरोकार या अवार्ड वापसी गैंग के सरगना, सब के सब सरकार पर पिल रहे थे । 

राज इस खबर को देखकर सकते में आ गया । इस परियोजना का इंचार्ज वह था । अगर ऐसा कुछ होता जैसा चैनल बता रहा था, तो उसे अवश्य पता होता । मगर यह समाचार देश का एक प्रमुख न्यूज चैनल परोस रहा है जो अपने आपको नंबर वन चैनल बताता है । हालांकि वह यह भी जानता है कि यह चैनल किसी खास दल की खैरात पर चलता है और इस चैनल की पक्षपाती रिपोर्टिंग रोजाना ही देखने को मिलती है । इस जैसे चैनलों का काम ही यही है कि सरकार के विरुद्ध झूठी सच्ची सब प्रकार की खबरें चलाओ जिससे यह सरकार अलोकप्रिय हो जाये और जनता इसे अगले चुनावों में उखाड़ फेंके । 

शाहीन बाग आंदोलन और तथाकथित किसान आंदोलन के समय इस चैनल और इसके जैसे अन्य चैनल जो खैरात पर पनप रहे हैं , ने अपनी पूर्वाग्रह युक्त रिपोर्टिंग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी । आज राजस्थान पूरे देश में अपराधों में प्रथम स्थान पर है । यहां पर रोजाना दसियों बलात्कार, दसियों हत्याऐं, सैकड़ों लूटपाट और डकैती की घटनाऐं होती हैं परन्तु इसके जैसे समस्त खैराती चैनलों पर वो खबर नहीं बनती हैं मगर "हाथरस" का बलात्कार पर इन चैनलों ने आसमान सिर पर उठा लिया था । जाहिर है कि वहां पर एक 'योगी' को निशाना बनाना था इसलिए इनके ऐजेन्डे को वह घटना स्यूट करती थी, इसलिए उस पर महीनों कवरेज किया गया था । 

एक बात बड़ी मजेदार है । इन चैनलों के संवाददाता कोई बहुत ज्यादा पढे लिखे भी नहीं हैं । एक दाढी वाला ऐंकर जो आजकल खलिहर यानि बेरोजगार हो गया है और यूट्यूबर बन गया है , कहा करता था कि चैनलों में पढे लिखे लोगों की आवश्यकता नहीं है । उन्हें तो ऐसे पत्रकार चाहिए जो मालिकों की जी हुजुरी कर सके । अब आप ही बताइए कि जब ऐसे अधकचरे ज्ञान वाले पत्रकार, संवाददाता और संपादक होंगे तब समाचारों का स्तर कैसा होगा । आपने वो कहावत तो सुनी है न कि अधजल गगरी छलकत जाय । तो ये आधे अधूरे ज्ञानी लोग अपने मालिकों का ऐजेन्डा चलाने के लिए सरकार के खिलाफ पिछले नौ वर्षों से ऐजेन्डा चला रहे हैं फिर भी सरकार बर्दाश्त कर रही है । उस पर तुर्रा यह कि ये खैराती लोग "गोदी मीडिया" का रोना रो रहे हैं । जो लोग वर्षों से किसी की गोदी में बैठकर झूठन चाट रहे थे वे आज दूसरे पत्रकारों को गोदी मीडिया बता रहे हैं । सच ही कहा है कि बेशर्मी की कोई सीमा नहीं होती है । यह बात "सर जी" से ज्यादा और कौन जान सकता है । 

राज ने तुरंत क्रूज में फोन लगाया और लोकेशन पूछी तो उसने बताया कि क्रूज के यात्रियों को जब बताया गया कि यहां गंगा के किनारे एक तीन हजार साल पुराना मंदिर है तब सभी स्विस यात्रियों ने उसे देखने की इच्छा प्रकट कर दी । इस कारण उन्हें क्रूज से नावों के सहारे किनारे पर ले जाया गया और मंदिर के दर्शन करवाये जा रहे हैं । बस, इतनी सी बात है । क्रूज पर सवार सभी स्विस और जर्मन यात्री भारत की सभ्यता और संस्कृति से रूबरू होकर बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और अपने आपको धन्य मान रहे हैं" 

राज को हकीकत पता चलने पर बहुत संतोष हुआ । उसने क्रूज के चालक को कहा "आपने न्यूज चैनल्स पर समाचार नहीं देखा था क्या" ? 
"देखा था न । चैनल्स बता रहे थे कि क्रूज कम पानी होने से अटक गया है । इन चैनल्स वालों को ये पता ही नहीं है कि इस क्रूज को केवल 5 फुट पानी की जरूरत है जबकि गंगा में कहीं भी 10 फुट से कम पानी नहीं है इसलिए क्रूज के कहीं अटकने का तो प्रश्न ही उत्पन्न नहीं होता है । ये न्यूज चैनल्स वाले या तो सरकार विरोधी हैं या फिर अधकचरा ज्ञान रखने वाले हैं । अधकचरा ज्ञान रखने वाले स्वयं को संसार का सबसे विद्वान व्यक्ति मानते हैं और अपने ज्ञान पर बहुत घमंड करते हैं और अपने ज्ञान का ढिंढोरा दुनिया भर में पीटते रहते हैं । इनकी स्थिति अधजल गगरी की तरह होती है जो हमेशा छलकती रहती है । कोई इन्हें कुछ भी सिखा नहीं सकता है " । 

राज ने कहा "दरअसल ये लोग विघ्न संतोषी हैं । ये लोग वे होते हैं जिन्हें दूसरे को कष्ट पहुंचाकर आनंद मिलता है या दूसरे को कष्ट में देखकर ये लोग संतोष का अनुभव करते हैं । ये तो हर पल यह सपना देखते हैं कि कब यह सरकार गिरे और कब भ्रष्ट लोग सरकार में आयें जो खुद भी जी भरकर खायें और इन्हें भी खाने को कुछ घास डाल दें । पर "गिद्धों के चाहने से जानवर नहीं मरा करते" हैं । ये विघ्न संतोषी जीव चाहे जितने भी जतन क्यों न कर लें, भारत की साख चाहे जितनी गिरा लें, कुछ बिगाडने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि जनता अब जाग चुकी है । इनकी विश्वसनीयता संदिग्ध हो गई है और जनता इन खैराती चैनल्स से दूर जा रही है । इनका ऐजेन्डा अब ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है" । यह कहकर राज अपने काम पर लग गया । 

श्री हरि 
17.1.2023 


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6 Comments

Gunjan Kamal

20-Jan-2023 04:17 PM

बेहतरीन

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Hari Shanker Goyal "Hari"

22-Jan-2023 08:06 PM

आभार आपका मैम

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Abhinav ji

18-Jan-2023 08:21 AM

Very nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

19-Jan-2023 12:41 PM

धन्यवाद जी

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बहुत खूब

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Hari Shanker Goyal "Hari"

19-Jan-2023 12:41 PM

धन्यवाद जी

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